“जैसा आप सोचते हैं, वैसा ही आप बनते हैं।”– यह वाक्य सुनने में साधारण लगता है, लेकिन इसका अर्थ बहुत गहरा है। हमारा जीवन हमारे विचारों का ही प्रतिबिंब होता ...